एक सफर : इंद्रप्रस्थ पार्क , दिल्ली

दिनाँक : २४ दिसंबर


अभी क्रिसमस की छुट्टियाँ होने की वजह से सप्ताहंत पर ३ दिन का अवकाश मिल रहा था । मन में काफी विचार चल रहे थे की कहाँ घूमने जाया जाये । कभी उत्तराखंड , कभी हिमाचल लेकिन मौसम की वजह से यहाँ जाने का मन नहीं था । फिर भी कहीं ना कहीं घूमने के लिए उत्सुकता चल रह थी । इसी सिलसले में दिल्ली के ही कुछ ऐतिहासिक जगह पर जाने का निस्चय किया ।

अपने प्रोग्राम के अनुसार हम लोगों मै और मेरे सह मित्र अजय ने यह निस्चय किया की आज पहले तो इंद्रप्रस्थ पार्क चलते हैं और फिर हुमाऊं का मकवरा और  चिड़ियाघर । इसी अनुसार सुबह ११ बजे रूम से निकालकर मेट्रो सेक्टर १५ होते हुए इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन पहुँचे । वैसे तो कई लोग इस बात से परिचित होंगे की इंद्रप्रस्थ पार्क दिल्ली के इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन और सराय काले खां रेलवे स्टेशन के पास ही है । फिलहाल मेट्रो स्टेशन पर उतरकर वाहर निकले कुछ नास्ता करने के बाद अपने इस सुहाने सफर के लिए तैयार हो गए । कुछेक ऑटो वालों से पता किया की पार्क कितनी दूर है तो उन्होंने ३-४ किलोमीटर बताया । एक ऑटो वाले से बात की और वह ३० रुपये में पार्क तक चलने को तैयार हो गया । करीब १५-२० मिनट बाद हम लोग इंद्रप्रस्थ पार्क के गेट के पास पहुँच गए ।



ऐसा माना जाता  है कि २०१० में राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के समय इस पार्क को एक नया रूप दिया गया था ।  पार्क काफी क्षेत्र में है और मुख्य द्वार के पास ही भगवान बुद्ध की स्वर्ण मणित मूर्ति है, साथ ही पार्क के अंदर ही जलपान गृह , कुछेक कृतिम पहाङ और बच्चों के खेलने के लिए झूलों की भरमार है । कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए एक पार्क किसी पिकनिक स्पॉट से काम नहीं है । इंद्रप्रस्थ पार्क में आप सराय कालें खां या फिर नोएडा की और से अक्षरधाम होते हुए आ सकते है । चलिए अब कुछ चित्रों  माध्यम से इस पार्क के सफर पर ले चलते हैं :-












पार्क में स्थित जलपान गृह

कृतिम पहाड़
पास में ही रेल लाइन भी है


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