बर्ष 2017 में की गयीं यात्राओं का लेखा जोखा

सबसे पहले सभी bolg मित्रों को आगामी क्रिसमस और नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें | बर्ष 2017 यात्राओं के लिहाज से ठीक ही रहा हालाँकि पारिवारिक परिस्थितियों और पुत्र रत्न की प्राप्ति की वजह से ज्यादा तो नहीं लेकिन २०१६ की तरह कुछ यात्रायें इस बर्ष भी हुईं | जिनका संछिप्त विवरण इस प्रकार है-

साल २०१७ की पहली यात्रा जनवरी माह में ही भारतीय रेल संग्रहालय, नई दिल्ली की हुई यह यात्रा २८ जनवरी को की गयी | अचानक ही सप्ताहांत पर जाने का अवसर प्राप्त हुआ | १ दिन की यह यात्रा शानदार रही और भारतीय रेल के बारे में और जानकारी प्राप्त हुई | 


अगले माह फरवरी में दिल्ली सराय रोहिल्ला से रेवाड़ी की यात्रा की गयी |  यह एक पैसेंजर ट्रैन यात्रा थी |  रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर टिकट के गुम हो जाने से यह यात्रा और भी रोचक बन गयी | नए रुट पर यात्रा करने से काफी अच्छा लगा जिस लेख को आप इस लिंक के माध्यम से पढ़ सकते हैं | 


इसके बाद अप्रैल माह में पहले सहस्त्रधारा, देहरादून और ऋषिकेश जाने का संयोग बना | यात्रा शानदार रही और नयी जानकारियां भी प्राप्त हुई | अप्रैल माह में ही दिल्ली में ही स्थित उग्रसेन की बावली जाने का अवसर प्राप्त हुआ | मेट्रो और पैदल सफर के बाद बाराखम्बा मेट्रो स्टेशन के पास स्थित इस बावली जाने के बाद इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त हुई | 

सहस्त्रधारा पर मै 
उग्रसेन की बावली 
अप्रैल माह के बाद कोई ज्यादा यात्रायें नहीं हुई | केवल जुलाई माह में पहली बार हिमाचल की और जाना हुआ | काफी दिनों से मन में यहाँ जाने का विचार था आखिरकार अचानक ही सप्ताहांत पर कश्मीरी गेट दिल्ली  बस स्टैंड से चंडीगढ़ और धर्मपुर होते हुए शिमला की यात्रा की गयी साथ ही वापसी में टॉय ट्रैन का भी लुत्फ़ उठाया | 


सितम्बर माह में पुत्र रत्न की प्राप्ति होने से व्यस्तताएं बढ़ गयी | इस बजह से आगे इस वर्ष कही जाना नहीं हुआ
|  आशा करते है आगामी २०१८ वर्ष में आपको नए स्थानों के बारे में इस ब्लॉग के माध्यम से यात्रा विवरण पढ़ने को मिलेंगे | एक बार फिर सभी मित्रों को नए वर्ष की नयी उम्मीदों के साथ शुभ कामनाएं  देते हुए इस लेख को यहीं बिराम देता देता हूँ | जल्द ही मिलते हैं नए यात्रा लेख के साथ |



2 comments:

  1. घुमक्कड़ी किस्मत से मिलती है।

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    1. बिल्कुल सही कह रहे हैं सर जी, धन्यबाद |

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