दोस्तो काफ़ी समय के बाद ये यात्रा व्लॉग लिख रहे हैं, मुझे आशा है कि आप सब अच्छे होंगे। मैं भी अच्छा हूँ,तो चलते हैं अपनी यात्रा सफ़र पर।
आज इस नोएडा से जयपुर के सफर पर चलते हैं, वे तो काफी समय पहले ही तय कर लें कि जयपुर चलते हैं। लेकिन जना आज हुआ. ऑफिस से ड्यूटी करने के बाद शाम को 7:40 बजे बजे सेक्टर 15 नोएडा मेट्रो स्टेशन के पास। हमें दिल्ली कैंट से जयपुर ट्रेन का सफर करना था। पहले से कोई आरक्षण भी नहीं था। इसलिए आज जनरल क्लास से ही जाना था। पहली बार जयपुर जा रहे थे इसलिए मन में अलग ही उत्साह था। फिलाहल 8:35 बजे दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच गया। करीब 20 मिनट में जनरल क्लास का टिकट लेकर प्लेटफार्म पर आ गए। 155 रुपये का जयपुर का टिकट ले लिया, ट्रेन यहीं दिल्ली कैंट से ही बनकर चती है, इसलिए आसानी से शीट मिल गई, अपनी ट्रेन 19702 सैनिक एक्सप्रेस थी जो अपने निर्देशित समय रात में 12:07 बजे यहां से चल दी।
यह ट्रेन काफी घूमकर 19 जगह रुकने के बाद सुबह 8:15 बजे जयपुर पहुंचती है। फिलाहल ट्रेन चल दी गुड़गांव, रेवाडी, पटौदी रोड, लोहारू जंक्शन पर ट्रेन फुंची, यहां इस ट्रेन का 30 मिनट का इंतजार है, लोको रिवर्सल होता है, इसी बीच मैंने भी कुछ नास्ता किया। और रात 3:45 बजे ट्रेन चल दी, मुझे पूरी रात वीडियो भी बनाना था इसलिए नींद भी नहीं आ रही थी। कोच में अब तक अच्छी खासी भीड़ हो चुकी थी। ज्यादातर यात्री बाबा खाटू श्याम नगरी, रींगस जा रहे थे।
मेरी साइड में विंडो वाली शीट थी, जिसकी हवा आ रही थी और अच्छा भी लग रहा था। आगे ट्रेन सूरजगढ़, झुंझुनू और नवलगढ़ होते हुए सुबह लगभाग 6:10 बजे सुबह सीकर जंक्शन पहुची। सीकर राजस्थान का एक बड़ा जिला है ! अब तक उजाला भी हो गया था, अब वीडियो बनाने में और अच्छा लग रहा था। यहां 10 रुपये की चाय पी। यहां से कई यात्री चढ़े और उतरे। अभी भी यहां जयपुर का 2:20 मिनट का सफर बाकी था।
सीकर के बाद होते हुए यह सैनिक एक्सप्रेस ट्रेन सुबह 7:12 मिनट पर रींगस पाहुंची। यहां काफी पैसेंजर्स उतरे और लगभग ट्रेन खाली हो गई। ज्यादातार यात्री बाबा श्याम की नगरी खाटू श्याम जी जा रहे थे। अब तक अच्छा उजाला हो गया था। मैंने भी ट्रेन में ही सुबह ब्रश किया और फिर एक और चाय पी साथ में बिस्किट भी । इसके बाद ट्रेन चोमू सामोद होते हुए आखिर 8:27 बजे जयपुर जंक्शन पहुंच गई। यहां तक आते-आते ट्रेन लगभग 15 मिनट लेट पहुंची।
ट्रेन से उतरे कुछ देर आराम किया फिर प्लेटफार्म नंबर 1 से बाहर निकलते हुए बाहर आ गए। यहां से ऑटो वाले सिंधी कैंप बस स्टैंड, चौपड़ चौपड़ आवाज लगा रहे थे। मैंने तय किया कि पहले सिंधी बस स्टैंड चलते है वहां कोई होटल देखेंगे। 20 रुपए ई रिक्शा वाले को देकर बस स्टैंड पहुंच गए। यहां पास में ही बहुत सारे होटल हैं, आप अपने हिसाब से बजट के अनुसार बुक कर सकते हैं। मैं अकेला था इसलिए डोरमेट्री में ही २०० रुपए में, एक बेड लेकर रेस्ट करने लगा, अगर आप भी अकेले आते हैं तो डोरमेट्री में रुक सकते है!
और यहीं पास में केवल 200 रुपये में 24 घंटे के लिए बिस्तर ले लिया, आखिर मुझे भी बस कुछ देर आराम करके जयपुर ही तो घूमना था। बैग रखकर फ्रेश हुए और 2 घंटे की नींद ली। तब तक 12:30 बज चुके थे । आलमारी में बैग रख कर ताला लगा दिया। पास में ही एक होटल पर आलू प्याज़ परांठे का नाश्ता किया साथ में चाय भी। अब अच्छा लग रहा था. होटल वाले भैया ने बताया यहां आप अगर घूमना चाहते हैं तो मेट्रो से भी सफर कर सकते हैं। मेट्रो यही सिन्धी बस स्टैंड के पास में ही है। 12 रुपये का मेट्रो का टिकट लेकर बड़ी चौपड़ पहुंच गए. इसी पास में ही हवामहल है, आप चौराहे से पैदल ही जा सकते हैं, हवामहल पहुंचकर कुछ फोटो क्लिक किए, वीडियो बनाएं, कुछ और भाई लोग मिल गए जो सवाई माधोपुर से यहां घूमने आए थे और आमेर किला जा रहे थे। मैं भी उनके साथ हवामहल के बाद आमेर किले के लिए तैयार हो गया।
30 रुपये लोकल बस से आमेर फोर्ट पहुंचने में लगे। रास्ते में ही जयपुर का मशहूर जलमहल भी दिख गया। करीब २५ मिनट बाद आमेर किले के अंदर पहुंचे, यहां प्रवेश निःशुल्क है। काफ़ी सुंदर यह किला है, काफ़ी अच्छा लग रहा था। फोर्ट पहाड़ी पर होने के कारण ठंडा भी लग रहा था। पास में ही दूसरी पहाड़ी पर किले की दीवार भी दिख रही थी । गाड़ी वाले 250 रुपये में किले के गेट तक ले जा रहे थे, साथ ही काई ट्रैवल गाइड भी लोगों को इस किले के इतिहास के बारे में बता रहे थे। कुल मिलाकर काफी अच्छा लगा इस आमेर फोर्ट को देखकर, कुछ फोटो लीजिए, वीडियो बनाया.
करीब 1:30 घंटे रुकने के बाद फिर लोकल बस से 30 रुपये देकर वापस बड़ी चौपड़ आ गए। रास्ते से ही जलमहल भी देख लिया, यहीं भी काफी सुंदर जगह है, झील के बीच में बना हुआ महल काफी अच्छा लग रहा था ।कुछ फोटो भी लीजिए। बड़ी चौपड़ वापस आकर यहां से मेट्रो से सिंधी बस स्टैंड आ गया। अब तक शाम के 6 बज चुके थे। होटल में पहुंचे कुछ देर आराम किया। फिर पास में ही लोकल मार्केट में आकार दाल बाटी चूरमा थाली का डिनर किया, यह थाली 149 रुपये की थी। स्वाद ठीक था. अब तक लगभग 9 बज चुके थे। होटल में वापस आकर अब सोने के तयारी करने लगे, पिछली पूरी रात जनरल का सफर और वीडियो बनाने की वजह से ठीक से नींद नहीं आई थी, इसलिए आज जल्दी सोना भी जरूरी था, लगभग 10 बजे सो गए।
सुबह मैं 7 बजे आंख खुली. वे तो जयपुर में और भी कई जगह हैं घूमने के लिए लेकिन मुझे आज ही वापस नोएडा आना था। इसलिए सुबह चाय और पोहा का नाश्ता जयपुर स्टेशन के पास ही कर लिया । १० बजकर १५ मिनट पर अपनी दिल्ली वापसी की ट्रेन थी, इससे वापस आ गए, आशा करते हैं आपको ये हिंदी ट्रैवल ब्लॉग अच्छा लगा होगा, बाकी यात्रा का वीडियो नीचे है, आप देख सकते हैं, धन्यवाद मिलते हैं एक और नए ट्रैवल ब्लॉग में ..