Welcome at Travel By Nitin. Read more about my travel articles in this blog in Hindi.
जाना था राजा का सहसपुर पँहुच गये हल्द्वानी
पहली बार नीलकंठ महादेव और ऋषिकेश
वैसे तो पहले से ही नीलकंठ महादेव और ऋषिकेश जाने के बारे में सोच रहा था , बस इंतजार था समय का। अभी शनिबार को ऑफिस से जल्दी छुट्टी हो जाने के कारण इसी दिन जाने का पूर्ण निस्चय किया। पिछली बार मै इन्हीं दिनों हरिद्वार तक तो गया था। इस बार ऋषिकेश तक जाने कि योजना थी। एक मित्र जी को फोन किया लेकिन समय न होने के कारण असमर्थता बता दी। फिलहाल अकेले ही निकलना पड़ा। मैंने यह तय किया था कि शनिबार कि शाम में साहिबाबाद से ट्रैन से चलकर हरिद्वार और ऋषिकेश घूमकर रबिबार रात तक बापस आ जायेंगे।
दिल्ली से शाहजहाँपुर पैसेन्जर यात्रा
अभी पिछले सप्ताह रविवार को अचानक ही साहिबाबाद से शाहजहाँपुर जाना पड़ा। दिल्ली से एक पैसेंजर ट्रेन सीतापुर के लिए चलती है। जिसका समय रात्रि में १२ बजे दिल्ली से छूटने का है। और यह ट्रैन अगले दिन सायं ३ बजे तक सीतापुर पहुँचती है। दिल्ली से सीतापुर लगभग ४०० किलोमीटर दूर है। साहिबाबाद में इस ट्रैन के पहुँचाने का समय १२ बजकर ३० मिनट पर है।
पैसेंजर ट्रेन होने कि बजह से इस ट्रेन में हमेशा ही भीड़ रहती है। रात्रि में ट्रेन होने कि वजह से मुझे एक मित्र जी के यहाँ पर रुकना पड़ा। फिलहाल हम लोग ट्रेन के समय को ध्यान में रखते हुए १२ बजे साहिबाबाद स्टेशन पर पहुँच गये। इस ट्रेन के आने में अभी समय था। इसलिए चाय पीने के साथ ट्रैन का इंतज़ार करने लगे। ट्रेन १२ .२० बजे प्लॅटफॉर्म पर आयी। साहिबाबाद स्टेशन दिल्ली के पास होने कि वजह से ट्रेन में उम्मीद से कम भीड़ थी। इसलिए शीट मिल गयी। ५ मिनट रुकने के बाद ट्रेन चल दी।
दिल्ली कानपुर मार्ग पर पहली पैसेंजर यात्रा
अभी अंतिम सप्ताह ही अचानक दिल्ली कानपुर मार्ग पर चलने वाली इलेक्ट्रॉनिक पैसेंजर लोकल ट्रैन से यात्रा करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस मार्ग पर यह मेरी पहली पैसेंजर ट्रैन यात्रा थी। सप्ताह के रविवार के दिन मै और मेरे एक दोस्त ने साथ चलने का निस्चय किया। हम लोगों को ग़ाज़ियाबाद से खुर्जा तक का सफ़र करना था। अपने प्रोग्राम के हिसाब से हम लोग प्रातः 9:30 बजे ग़ाज़ियाबाद स्टेशन पर पहुँच गये।
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